किसी भी खेल के विश्व कप का फाइनल मुकाबला एक तरफा या बिना किसी रोमांच के खत्म हो जाए तो फाइनल जैसा मजा नहीं आता। कल कुछ ऐसा ही हुआ जब भारत के ओडिशा में वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबला बेल्जियम और नीदरलैंड्स के बीच खेला गया और मैच बिना गोल के ही खत्म हुआ और फिर शुरू हुआ पेनल्टी शूटआउट का रोमांचक खेल।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, वर्ल्ड कप के आजतक के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ था कि कोई फाइनल मैच निर्धारित समय में बिना किसी गोल के समाप्त हो गया हो और मैच पेनल्टी शूटआउट की गोल में पहुंच गया हो। लेकिन इस पेनल्टी शूटआउट में भी इतिहास बदला और हॉकी विश्व कप को बेल्जियम के रूप में एक नया विजेता मिला।
पेनल्टी शूटआउट में बेल्जियम ने नीदरलैंड्स को 3-2 से हराते हुए मैच अपने गिरफ्त में कर लिया। तीन बार के हॉकी चैंपियन नीदरलैड का चौंथी बार विश्व जीतने का सपना टूट गया। दोनों टीमों ने बेहद सावधानी बरतते हुए खेल को अंत तक पहुंचाया।
पेनल्टी शूटआउट मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। एक तरफ जहाँ पहले नीदरलैंड 2-1 से मुकाबले में आगे था, बेल्जियम ने शानदार वापसी करते हुए मैच में 2-2 से बराबरी कर ली। इसके बाद दोनों टीमों की तरफ से नाकाम कोशिश की गई। सडन-डेथ में बेल्जियम की ओर से पहले ही प्रयास में गोल दाग दिया गया वहीं नीदरलैंड गोल मारने में नाकाम रहा और इस प्रकार कलिंगा स्टेडियम में हॉकी को एक नया चैंपियन मिला।