अगर हम आपसे ये कहें कि एक ऐसे नेता हैं जो चुनाव के दिनों में अपने संसदीय क्षेत्र में किसी प्रकार के तामझाम के साथ भारी पैसे और भीड़ के साथ अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार नहीं करते और इसके बावजूद भी भारी बहुमत से चुनाव जीतते हैं तो क्या आप विश्वास करेंगे? जी हाँ, हैं ऐसे सांसद जिनका राजनीति पथ, उस राजनीति से थोड़ा हटकर है जिसको आपने सदा देखा और अनुभव किया है।

हम बात कर रहे हैं बीजेपी के सूरत के नवसारी क्षेत्र के सांसद सी. आर. पाटिल की जो अपने क्षेत्र में अपनी नेतागिरी के लिए नहीं बल्कि अपने काम के लिए खासे मशहूर हैं। कल एनटीडी इंडिया की टीम सांसद पाटिल से मिलने गई जिसमें शामिल थे, मार्केटिंग निदेशक भरत वलेचा, सोशल मीडिया निदेशक कादिर देवराजन और वीडियो प्रोडक्शन टीम कॉर्डिनेटर मैत्री यादव और साथ थे वीएनजीएसयू, सीनेट सदस्य मनीष कापड़िया, राजेश काछड़िया जो सूरत के व्यवसायी हैं और विमल चंद खंडेलवाल जो पेशे से बैंगलौर स्थित व्यवसायी हैं।
आपको बता दें कि मनीष कापड़िया जी जनता की सेवा में भी कार्यरत हैं तथा बहुत से एनजीओ और राजकीय जिम्मेदारियों का वहन करते हैं।
जब टीम ऑफिस में प्रवेश कर रही थी तो जनता का एक हूजूम अपने सांसद से मिलने पहुंचा हुआ था। अक्सर आपने देखा होगा कि किसी बड़े मंत्री या सांसद से मिलने के लिए पहले अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है। लेकिन यहाँ बात थोड़ी हटकर है, यहाँ की जनता अपने सांसद से बिना किसी पूर्व अपॉइंटमेंट के सीधे मिल सकती है।
बातचीत के दौरान एनटीडी इंडिया की टीम को उनकी कार्य शैली के बारे में जानने का मौका मिला। जहाँ पिछले वर्ष विमुद्रीकरण को लेकर कई मंत्री धरणे पर बैठे थे, सांसद पाटिल ने चुपचाप जनता के लिए काम किया था। उन्होंने रैलियां भी निकालीं ताकि जनता को विमुद्रीकरण के पीछे का वास्तविक तथ्य पता चल सके।

वे अपना जन्मदिवस भी जनता की भलाई करते हुए ही बिताते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्जवला योजना को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कई परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर आवंटित किए। इसके अलावा कई बार वे रक्तदान शिविर, आँखों के मुफ्त जांच शिविर आदि का आयोजन कर चुके हैं। इस दौरान आँखों में खामी पाई जाने वालों को मुफ्त चश्मा दिलवाया गया और मोतियाबिंद के मरीजों का भी निःशुल्क ऑपरेशन करवाया गया।
अपने अब तक के कार्यकाल के दौरान उन्होंने दिव्यांगों से लेकर बूढ़े-बुजुर्गों तक के लिए तमाम कार्य किए। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए रेलवे स्टेशन पर मुफ्त ई-रिक्शा की सेवा शुरू करवायी । जो लोग अपनी समस्या लेकर सांसद के कार्यालय तक पहुंचने में अक्षम थे उनके लिए मोबाईल कार्यालय की शुरूआत की गई। वैन स्थित यह मोबाईल कार्यालय जिसमें कम्पूयटर और वाई-फाई की सुविधा है, लोगों के घरों तक जाती है और लोग घर बैठे अपनी समस्याएँ या अपनी बातें उन तक पहुंचाते हैं और वे उस पर जल्द से जल्द निजी तौर पर कार्यवाई करते हैं। उनका कार्यालय ISO प्रमाणित है जो शायद देश का पहला जनसंपर्क कार्यालय है।

सी.आर.पाटिल पहले ऐसे सांसद हैं जिन्होंने देश के सर्वप्रथम आदर्श गाँव की स्थापना की। उन्होंने चीखली गाँव को गोद लिया और फिर उसका कायापलट किया। इसके अलावा गणदेवा गाँव को भी उन्होंने इसी प्रकार विकास के पथ पर प्रशस्त किया। इसके अलावा उनके आज तक के कार्यकाल में नवसारी मतक्षेत्र के कई गांव स्मोकलेस हुए हैं।
आज के युग में भले ही राजनीति से लोगों का विश्वास उठ गया हो लेकिन ऐसे कई नेता आज भी मौजूद हैं जो चुपचाप बिना किसी शोर-शराबे के अपना काम करते हैं और लोगों के विश्वास को बनाए रखते हैं, सी. आर. पाटिल उन्हीं में से एक हैं।